भारतीय रेलवे लगातार लक्ष्य के अनुसार रेल खंडों का विद्युतीकरण कर रहा है, इस लक्ष्य में एक रेलखंड भागलपुर गोड्डा हंसडीहा दुमका एवं पंकज सेक्शन भी शामिल है, जिसके विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है। इसके साथ-साथ इस रेलखंड पर चलने वाली ट्रेन गोड्डा नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस, तथा गोड्डा रांची एक्सप्रेस को भी अब इलेक्ट्रिक इंजन से परिचालित किया जा रहा है।
बड़ी खबर यह है कि विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद अब इस सेक्शन पर ईएमयू ट्रेन के परिचालन की योजना पर कार्य शुरू हो चुका है। रेलवे ऑफिशल्स द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ईएमयू ट्रेन का परिचालन जुलाई या अगस्त में शुरू हो जाएगा, ऐसे ट्रेनों के परिचालन से एक तरफ जहां डीजल की खपत कम होगी दूसरी तरफ रेलवे को भी अच्छे राजस्व की प्राप्ति होगी।
आज के इस लेख में हम आपको बता रहे हैं डीजल इंजन पर चलने वाली ट्रेनों का माइलेज जिसकी जानकारी बहुत ही कम लोगों को रहती है, आपको बता दें कि ट्रेनों का माइलेज कई चीजों पर निर्भर होता है, अगर पैसेंजर ट्रेन जिसमें 12 कोच लगे हैं इस ट्रेन को 1 किलोमीटर जाने के लिए 6 लीटर डीजल की आवश्यकता होती है, इसके अलावा अगर ट्रेन में 24 कोच शामिल है तथा वह एक्सप्रेस ट्रेन है तो इसमें भी 1 किलोमीटर के लिए 6 लीटर डीजल खर्च करना होता है, तथा
अगर एक्सप्रेस ट्रेन 12 डिब्बा वाला है तो इसे 1 किलोमीटर जाने के लिए 4:30 लीटर डीजल की आवश्यकता होती है। इन सभी के अलावा अधिक स्टॉपेज तथा यात्रियों द्वारा वैक्यम करने पर ट्रेन के माइलेज पर इसका प्रभाव पड़ता है। कुल मिलाकर अगर इस रेलखंड पर इएमयू ट्रेन के परिचालन के बाद यात्रियों को भी बहुत ही बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी तथा सफर भी आसान होगा।